बरेली में यूपी पुलिस के दरोगा बलवीर सिंह पर पहले भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। कुछ मामलों में जांच भी चल रही है। स्मैक तस्करी के लिए बदनाम फतेहगंज पश्चिमी थाने की कस्बा चौकी का चार्ज मिलने के बाद उसने सिपाही हिमांशु तोमर और मोहित कुमार के साथ मिलकर पुलिस चौकी को लूट का अड्डा बना दिया था।
Trending Videos
पिछले महीने कस्बे में उत्तराखंड पुलिस के छापे के बाद तीनों सीमाएं लांघ रहे थे। स्मैक तस्करी के नाम पर किसी को भी उठाकर रबर फैक्टरी के क्वार्टर में बंद करते थे। सौदेबाजी कर उनको छोड़ दिया जाता था। फतेहगंज थाने की कस्बा चौकी भी वसूली को लेकर चर्चित रही है।
पूर्व में तैनात रहे कई प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। एसआई बलवीर सिंह पूरी तरह से मनमानी पर उतारू था। दरोगा और दोनों सिपाही इंस्पेक्टर प्रदीप चतुर्वेदी की भी नहीं सुनते थे।
इसी कारण पिछले दिनों एसएसपी अनुराग आर्य ने फतेहगंज पश्चिमी थाने का चार्ज प्रशिक्षु आईपीएस मेविस टॉक को दिया था। प्रदीप चतुर्वेदी को यहीं इंस्पेक्टर क्राइम की जिम्मेदारी दे दी गई थी। थाने का चार्ज आईपीएस अधिकारी के हवाले होने के बाद भी चौकी इंचार्ज और सिपाहियों की मनमानी नहीं थमी। एसएसपी तक इनकी शिकायतें पहुंच रही थीं।