आगरा में रक्त स्वाभिमान सम्मेलन राणा सांगा की जयंती मनाने के लिए आयोजित किया गया। लेकिन करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का बहिष्कार करने का एलान करके सम्मेलन के निहितार्थ साफ कर दिए। उन्होंने क्षत्रियों को श्रीराम की शपथ भी दिलाई। कहा कि 2027 में सपा का सफाया करना है। अन्य वक्ताओं ने भी सुमन को जमकर कोसा। बदला लेने की कसम खाईं गईं।
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मंच पर क्षत्रिय नेता।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सम्मेलन में राणा सांगा के जीवन पर प्रकाश डालने की जगह बदले की भावना हावी रही। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज सिंह शेखावत ने कहा कि हम पूर्वजों का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। सुमन के माफी मांगने पर भी माफ नहीं करेंगे। इसका बदला लिया जाएगा। कहा कि वह (सुमन) जिस गांव में जाएं, वहां एक भी क्षत्रिय हो तो बदला जरूर लें।
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रक्त स्वाभिमान सम्मेलन।
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दिवगंत सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी शीला गोगामेड़ी ने कहा कि हमारी रगों में राणा सांगा और महाराणा प्रताप जैसे शूरवीरों का रक्त है। हमारे इतिहास के बारे में जो हाथ उठेगा वह काट दिया जाएगा, जो सिर उठेगा वह भी काटा जाएगा। शाम चार बजे के बाद ओकेंद्र राणा बुलेट से पगड़ी पहनकर फिल्मी अंदाज में सम्मेलन में पहुंचे तो युवाओं ने घेर लिया। किसी तरह मंच तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि हम राम के वंशज हैं। तुम्हें राम की सौगंध है, सपा का सफाया करना है। उन्होंने कहा कि सांसद पुलिस के घेरे में दुबक गया है।
प्रतापगढ़ के राजा भैया तो सम्मेलन में नहीं पहुंचे मगर उनके जनसत्ता दल के एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह ने कहा कि महापुरुष किसी जाति के नहीं होते हैं। उन्हें जाति बंधन में नहीं बांधना चाहिए। राजा भैया आपके साथ हैं। भाजपा विधायक धर्मपाल ने कुछ बोलने से परहेज किया मगर आयोजक उनके एक इशारे पर सम्मेलन समाप्त करने पर सहमत हो गए। इससे साफ है कि आयोजन के पीछे केवल जयंती मनाना ही नहीं बल्कि राजनीतिक उद्देश्य भी रहा।
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रक्त स्वाभिमान सम्मेलन लाठी-डंडों के साथ पहुंचे युवा।
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अखिलेश और सुमन के खिलाफ नारेबाजी
सम्मेलन में आए युवाओं ने रामजीलाल सुमन को जमकर कोसा। वह सुमन के खिलाफ तलवार और बेसबाल के बल्ले लहराकर नारेबाजी करते रहे। उनके निशाने पर सपा मुखिया अखिलेश यादव भी रहे। गाड़ियों पर खड़े होकर अखिलेश और सुमन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हथियार लहराकर सफाया करने की धमकियां दीं।