Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र की कार्रवाई खत्म होते ही वन मंत्री केदार कश्यप एक्शन में दिखाई दे रहे हैं। विधानसभा बजट सत्र के बाद वन मंत्री केदार कश्यप के आदेश पर वन विभाग के कई अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है। तथ्यों को छुपाने और गलत जानकारी पेश करने पर रायपुर वनमंडल के रायपुर परिक्षेत्र अधिकारी सतीश मिश्रा,माना नर्सरी प्रभारी वनपाल तेजा सिंह साहू, वनमंडल कार्यालय के सहायक ग्रेड-02 अविनाश वाल्दे और प्रदीप तिवारी, परिक्षेत्र कार्यालय के लिपिक अजीत ड़डसेना को निंलबित किया गया है।
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मंत्री कश्यप ने दी हिदायत
वहीं शासन स्तर पर वन मंडलाधिकारी लोकनाथ पटेल एवं उप वन मंडलाधिकारी विश्वनाथ मुखर्जी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया है। इतना ही नहीं वन मंत्री कश्यप ने वन विभाग के सभी अधिकारियों को भविष्य में इस प्रकार की गलती दोबारा न करते हुए विधानसभा से संबंधित प्रश्नों की जानकारी सही एवं देने की हिदायत दी है। वन मंत्री ने विभाग से संबंधित शासन स्तरीय पत्राचार, आडिट कंडिका एवं योजनाओं से संबंधित सभी जानकारी सत्यता के साथ समय सीमा में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। विभाग में चल रही जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रदेश के अंतिम छोर तक प्रचार-प्रसार कर आम जनता तक लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
जानें क्या था मामला
बता दें कि बजट सत्र 2025 के दौरान विधानसभा सदस्य शेषराज हरवंश की ओर से इंदिरा निकुंज माना रोपणी में संचालित कुंवारादेव महिला स्व सहायता समूह के कार्य संचालन के संबंध में विभाग के सदन में गलत जानकारी दी गई थी।
इस पर मंत्री कश्यप ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख को जांच करने के लिए निर्देशित किया था। साथ ही इंदिरा निकुंज माना रोपणी में संचालित कुंवारादेव महिला स्व सहायता समूह के संबंध में विस्तृत जांच कर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिये निर्देश दिए थे। वन मंत्री के निर्देश पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव की अध्यक्षता में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक नावेद शुजाउद्दीन और मुख्य वन संरक्षक रायपुर वृत्त, रायपुर, राजू अगासिमनी सदस्यों जांच समिति गठित कर कार्रवाई की।