वक्फ बोर्ड और हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने ब्लैक लिस्ट किया है। कुछ मुद्दे सरकारी होते हैं, वे उन पर बातचीत करें। ये बातें भाकियू (टिकैत) गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रविवार को गांव अखरी में पत्रकारों से कहीं। वे हथगाम थानाक्षेत्र के अखरी गांव में तिहरे हत्याकांड के पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे।
Trending Videos
उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम है कि सरकार की कमियों को ढूंढकर विरोध करें, जेल जाना पड़े तो जाएं। सत्ता हासिल करने के लिए संघर्ष करें। लेकिन विपक्ष ये काम नहीं कर रहा है। विपक्ष में बैठे नेता चमकीली कोठियों में पैदा हुए, झोपड़ियों में रहकर संघर्ष करने वाले नहीं बचे हैं। विपक्ष को सत्ता नहीं चाहिए, वरना सरकार की कमियों पर लगातार मुखर होते।
उन्होंने तिहरे हत्याकांड के मामले में कहा कि विधायक, सांसद से लेकर स्थानीय नेता पीड़ित पक्ष के घर नहीं पहुंचा। हर वह नेता संदिग्धता के घेरे में है। उन्होंने एक बड़े स्थानीय किसान नेता का नाम लिए बगैर उन्हें घेरा। कहा कि अखरी गांव के बगल में ही एक किसान नेता का गांव है। उन पर पूर्व पर आरोप भी लगे थे। उन सभी की जांच होनी चाहिए। अगर वे सभी संदिग्ध नहीं है, तो पीड़ित परिवार से मिलकर क्लीनचिट लें।
राकेश टिकैत ने कहा कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा, बच्चों की पढ़ाई गुप्त तरह से कराई जाए। जांच में सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। 17 मई तक ये मांगें पूरी नहीं हुईं तो भाकियू धरना प्रदर्शन करेगा। वे पीड़ित परिवार का हाल लेने दोबारा गांव आएंगे। इससे पहले राकेश टिकैत ने दिवंगत नेता विनोद उर्फ पप्पू सिंह के परिजनों से मुलाकात की। उनको ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। गांव अखरी में 8 अप्रैल को प्रधान रामदुलारी के किसान नेता पुत्र विनोद उर्फ पप्पू सिंह, अनूप सिंह और पौत्र अभय सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।