Paonta Sahib: पेंशनर्स की देनदारी को आर्थिक मंदी का ढिंढोरा, अपने वेतन-भत्तों में माननीय कर बैठे 26 फीसदी बढ़ोतरी, पेंशनर्स में रोश…
हिमाचल प्रदेश राजकीय सेवानिवृत्त अध्यापक संघ इकाई पाँवटा साहिब की बैठक पीएम श्री राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पाँवटा साहिब में संघ के अध्यक्ष गुरदयाल सिंह सैनी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। जिसमें मुख्य तौर पर आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने का ढिंढोरा पीटने वाली हिमाचल प्रदेश सरकार ने विधानसभा में विधेयक पास करवा कर अपने मंत्रियों और एमएलए के वेतन भटत्ते व पेंशन में 26% की बढ़ोतरी कर ली। इस पर ना सत्ता पक्ष और ना ही विपक्ष ने कोई आवाज उठाई, जबकि पेंशनर्स की देनदारी पर आर्थिक तंगी का राग अलापा जा रहा है। महंगाई भत्ते की तीन प्रतिशत किस्त की घोषणा हिमाचल सरकार ने की है वह भी 15 मई से लागू होगी यह तर्कसंगत नहीं है। जबकि जुलाई 2023 की 4%, जनवरी 2024 की 4% व जुलाई 2024 की 3% किस्त बकाया है। 1 जनवरी 2016 से रिवाइज्ड पेंशन की बकाया राशि का एक मुश्त भुगतान शीघ्र किया जाए। बैठक में वर्ष 2024 25 लेखा-जोखा भी प्रस्तुत किया गया। 3 वर्षों से चिकित्सा बिलों के भुगतान के लिए अभी तक बजट जारी नहीं किया गया है। कई पेंशनर्स तो इस दुनिया को छोड़कर जा चुके हैं लेकिन उनके चिकित्सक बिलों का भुगतान नहीं हो पाया, जो दुखद है। बैठक में सर्व समिति से प्रस्ताव पास किया गया की 65, 70 और 75 वर्ष आयु पूरी करने पर देय वेतन वृद्धियों को मूल वेतन में समायोजित किया जाए। पेंशन काॅम्यूटेशन रिकवरी की समय अवधि 15 वर्ष से घटकर 12 वर्ष की जाए, क्योंकि अब ब्याज दर कम है और 12 वर्ष में ही रिकवरी पूरी हो जाती है।
वर्तमान कार्यकारिणी की समय अवधि पूरी हो चुकी है इसलिए 14 जून 2025 को सेवानिवृत्ति अध्यापकों की आम बैठक में नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। बैठक में गुरदयाल सिंह सैनी, सुरजीत सिंह, प्रवीण झाम्ब, नरेश शर्मा, ओम प्रकाश, एम एल ढींगरा, थेबाराम, संतराम और मोहम्मद शरीफ ने भी अपने विचार प्रकट किया। इसके अलावा बैठक में खेमचंद, सुरजीत सैनी, जय गोपाल, रविंद्र सिंह, ताराचंद, भूषण कुमार शर्मा, जसबीर कौर, बस्ती राम, मामचंद, मंगतराम, राजकुमार, राजेंद्र गुप्ता, प्रकाश चंद तथा कृष्ण गुप्ता आदि भी मौजूद रहे।