
इसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए पत्नी और ससुराल वालों पर आरोप लगाए थे। कहा था कि निकिता के व्यवहार से परेशान था। आत्महत्या का वीडियो घटना के एक सप्ताह बाद मिला था। इस मामले में मानव के परिजन ने निकिता, ससुर नृपेंद्र, सास और साली के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का मामला दर्ज कराया था। तभी से निकिता फरार चल रही थी। उसे कई बार पूछताछ के लिए बुलाया गया मगर वह पुलिस के सामने पेश नहीं हुई।
10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया
यही कारण रहा कि पुलिस को उस पर 10 हजार रुपये का इनाम तक घोषित करना पड़ा। कलेक्ट्रेट परिसर के डीसीपी दफ्तर में चुप्पी साधे रही निकिता का गुबार थाना सदर पहुंचते ही फूट पड़ा। निकिता ने कहा कि उसने हर बात सास-ससुर को बताई थी। वह हर बात मानव के घरवालों से शेयर करती थी। मानव डिप्रेशन में था। घटना के बाद मायके वालों को भी जेल जाना पड़ा। उस पर ही सारा दोष क्यों मढ़ा जा रहा है। पुलिस ने बहुत परेशान किया है।
पुलिस की हमेशा शुक्रगुजार रहूंगी
दूसरी ओर मानव की बहन आकांक्षा ने भाभी निकिता की गिरफ्तारी पर कहा कि निकिता ने मानव के साथ तीन और लोगों का जीवन खराब किया है। अधमरी हालत में जीना भी आत्महत्या के लिए उकसाने जैसा ही है। मैं एसीपी सदर और सदर थाने की पुलिस की हमेशा शुक्रगुजार रहूंगी कि उन्होंने बूढ़े मां-बाप का दर्द समझा और कानूनी कार्रवाई में कोई कसर नहीं छोड़ी।
सुलह कराने मुंबई गए थे माता-पिता
मानव शर्मा खुदकुशी प्रकरण खासा चर्चा में रहा। पति-पत्नी के रिश्ते में इंस्टाग्राम की एक पोस्ट से दरार पड़ी। दोनों के बीच झगड़ों के कारण ही मानव के माता-पिता उन्हें समझाने मुंबई गए थे। तब दोनों ने सहमति जताई थी। लेकिन मुंबई से लौटने के बाद मानव ने आत्मघाती कदम उठा लिया।