
कोंडागांव में जिले की दोनों विधानसभा क्षेत्रों—केशकाल एवं कोंडागांव में लो वोल्टेज और बिजली कटौती की समस्या लगातार बढ़ रही है। सबसे ज्यादा प्रभावित किसान हैं, जिनके खेतों में लगे मोटर बिजली न मिलने से बंद पड़े हैं, जिससे फसलें सूखने की कगार पर है। विकासखंड केशकाल, बड़े राजपुर, माकड़ी, फरसगांव और कोंडागांव के किसान लगातार कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर से बिजली की समस्या के समाधान की गुहार लगा रहे हैं। हजारों की संख्या में किसान सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कभी वे कलेक्ट्रेट में धरना दे रहे हैं, तो कभी बिजली विभाग के दफ्तरों का घेराव कर रहे हैं। इस संबंध में बिजली विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आर.एल. सिन्हा ने बताया कि किसानों, छात्रों और आम जनता को बिजली की समस्या से राहत देने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
इस बीच, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा कोंडागांव दीपेश अरोरा ने बताया कि कोंडागांव विधायक और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मसोरा बिजली उपकेंद्र में 65 MVA का ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की है, जिससे किसानों और छात्रों को राहत मिलेगी। साथ ही, केशकाल के जामगांव में 132 केवी का नया बिजली सब-स्टेशन बनने का कार्य जोरों पर है, और जल्द ही रांधना में भी बिजली सब-स्टेशन की स्थापना की जाएगी। उन्होंने पूर्व विधायकों संतराम नेताम और मोहन मरकाम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार के दौरान अस्थायी बिजली कनेक्शन बांटे गए, लेकिन स्थायी समाधान की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया।
लता उसेंडी के पत्र को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर दिखावे की राजनीति करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ. शिल्पा देवांगन ने कहा कि भाजपा की सरकार जनता से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान देने के बजाय केवल राजनीतिक दिखावा कर रही है। उन्होंने कहा कि मसौरा बिजली उपकेंद्र में जिस 65 MVA ट्रांसफार्मर को लगाने की बात भाजपा कर रही है, उसके लिए फरवरी 2025 में ही सीएसपीटीसीएल विभाग द्वारा टेंडर जारी किया जा चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार को केवल शराब की दुकानें खोलने की चिंता है, न कि जनता की बिजली समस्याओं को हल करने की।