
प्राचीन और ऐतिहासिक शहर सुल्तानपुर लोधी में श्री गुरु नानक देव से जुड़े कई गुरुद्वारा साहिब हैं। इनमें प्रमुख गुरुद्वारा श्री बेर साहिब काली बेईं के तट पर स्थित है। यहां प्राचीन बेरी आज भी मौजूद है, जिसके बाद गुरुद्वारा बेर साहिब प्रसिद्ध हुआ। कहा जाता है कि गुरु नानक देव ने स्नान करते समय जमीन में दातुन गाड़ दी थी, जिसने इस बेरी के पेड़ का रूप लिया।
पिछले कुछ समय से इस बेरी के पेड़ को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसके बाद शिरोमणि कमेटी ने इसके रखरखाव की जिम्मेदारी पंजाब कृषि विश्वविद्यालय को दी थी। पिछले 10-12 वर्षों की पीएयू के वैज्ञानिकों की एक समर्पित टीम की कड़ी मेहनत के कारण आज इस पवित्र बेरी को पुनर्जीवित किया गया है। बेरी फिर से हरी हो गई है और फलों से भरपूर है।