बादलों के हटते ही धूप की तपिश बढ़ गई है। दोपहर में सड़कों से गुजरते वक्त लोगों को आंच जैसी महसूस हुई। मार्च में ही पारा अप्रैल के सामान्य औसत तापमान 37.7 डिग्री को पार करके 37.8 डिग्री पर पहुंच गया। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि मार्च के आखिरी सप्ताह में ही पारा 40 डिग्री तक पहुंच सकता है।
अचानक पारा के ऊपर चढ़ने से देर से बोई गई गेहूं समेत अन्य फसलों के दाने छोटे हो सकते हैं जिससे उत्पादन प्रभावित होगा। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि हवाओं से राहत मिलेगी लेकिन तापमान बढ़ता रहेगा। मार्च के बचे चार दिनों में मई के सामान्य औसत तापमान 40.1 डिग्री तक पारा उछाल मार सकता है। उन्होंने बताया कि तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है। किसान फसलों को पानी न दें। तेज हवा से फसलें गिर सकती हैं।
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कानपुर का मौसम
– फोटो : अमर उजाला
सीएसए के मौसम विभाग के तकनीकी अधिकारी अजय मिश्रा ने बताया कि देर से बोई गई गेहूं, मटर, मसूर आदि फसलों के फूल जल्दी झड़ सकते हैं। साथ ही दानों में गर्मी से सिकुड़न आ सकती है।
तापमान
अधिकतम- 37.8 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम- 15.4 डिग्री सेल्सियस
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कानपुर का मौसम
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चार दिन में 5.4 डिग्री बढ़ा तापमान
गर्मी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। चार दिनों में 5.4 डिग्री अधिकतम तापमान बढ़ा है। 24 घंटे में अधिकतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है।